best love articles in hindi/emotional love story in hindi/true sad love story hindi

best love articles in hindi/emotional love story in hindi/true sad love story hindi


A एक छोटी सी परिवार की कहानी है !


                    




  A एक छोटी सी परिवार की कहानी है !.family short story in hindi
Love Of Small Boy
        









1)

A कहानी है एक बच्चे की और उसकी प्यार की !

बहोत सालो पहले एक छोटी जंगल मैं एक परिवार रहता था!और वह बहोत खुशहाल ज़िन्दगी काट रहेथे ||
   और बहोत मन्नतो के बाद एक बच्चे को जन्म दिया जो बहोत सुन्दर और सुशील था !और पहले से भी बहोत खुशहाल परिवार बन चूका था ||

2.)

थोड़ी दिनों बाद धीरे धीरे बड़ा हो रहा था !

धीरे धीरे वह बच्चे बड़ा होने के बाद और भी खुशहाल बन रहा था !
   और उसकी मा पिताजी कभी भी उसे अकेला नहीं छोड़ता था ताकि उसे कुछ हो ना जाये !और इसी के सत सत चल रहा था a छोटी सी परिवार !

और एक दिन बच्चे को चोट लग जाता है खेलने की वजह से !
   और उसकी मा और पिता जी को मना शादमा सा लग गया हो जैसे, और क्यों नहीं उन्हें सालो से कभी बच्चा नहीं हो रहा था !
  और बड़ी मन्नते मांगी उसकी बाद ही एक लड़का जन्मा था ||


और बहोत रोने लगा था उसके मा,और पिताजी "
    और बहोत चिंता जनक समय बन चूका था मानो जैसे !क्यूंकि उनलोगो के पाश एक ही तोह चीज थी जिसके सहारे जी रहा था !
तब उसके लड़के ने उसकी मा और बाप से पूछा की !

आप लोग क्यों रो रहे हो मैं तो ठीक हूँ ना !
तो उसके मा और पिताजी नी बोला की बेटा हम नहीं रो रहे वल्कि आपसे प्यार करते है इसलिए थोड़ी परीशान सा हो गए थे बस ||
तब फिर बच्चे ने पूछा की आपलोग मुझसे प्यार करते हो लेकिन a प्यार क्या है और कैसे करते है और कैसा होता है ||
        तोह उसके मा बाप ने बोला की प्यार एक एहसास है और होने के लिए वक़्त येह फिर किसी चीज की जरूरत नहीं पडती प्यार करने येह फिर होने के लिए ||

और बोला उनसे की वक़्त के सत तुम सिख जाओगे और हो जायेगा तुम बड़ा होजाओगे तब !
   तो बच्चे ने बोला की नहीं मुझे जानना है की क्या है प्यार "और वह इसी ज़िद पे अटका था की क्या है प्यार जो मै नहीं जान सख्त ||

और आखरी बार उनके मा और पिताजी एकी बात कही उनसे की तुम बेटे बड़े हो जाओ उसके बाद जान जाओगे ||


3.)

एक दिन प्यार क्या है !


 और फिर घर लौटने के बाद उसने सिर्फ एकी चीज ढूंढ रहा था और सोच रहा था आखिर क्या है प्यार !
    
      और उसने उनके पारसियों से भी पूछा की प्यार क्या है "तो सबने एकी बात कही उनसे की तुम बड़े हो जाओ !

तो बच्चन थान ली थी की जानेंगे की प्यार क्या है |

4.)

The Boys Lost Of Wood !


और एक दिन उसने अपने घर से दूर एक घने जंगल की चलने लगा,और बहुत दूर निकल गया है वह बस एकी चीज के लिए की प्यार क्या है !
  
     कुछ दिनों तक वह चलता ही रहा और कुछ दिनों तक वह जब घर नहीं लौटा तो उसके मा और पिताजी बहोत दुखी हो गया था की गया कहा होगा और किसके सत और क्यों !

   और उसके मा बाप ने बहोत दिनों तक ढूँढा कही नहीं मिला और बहोत सारी लोगो से पूछा लेकिन कोई खबर नहीं और कुछ लोगो को भी भेजा उसे ढूंढ़ने के लिए पर कोई खबर नहीं और बहोत रोने लगा उनके मा बाप !और कुछ दिनों तक ऐसा ही चलता रहा फिरभी ना लौटा वह||


5.)

The Finel Writing !


जो वह ढूंढ़ने गया था वह उसे नहीं मिला था !
       
       और फिर वह एक दिन घर लौटा आया और घर के तरफ आके उन्होंने सुरु क्या और अपनी मा बाप को पुकार ने लगा पर वह आनहि रहा था !
            
           और कुछ देर तक वह सिर्फ अपने मा बाप को बुलाई ही रहा था पर वह बाहर निकल ही नहीं रहेथे ||
तो फिर उसने अपने परोसिसे पूछा की उन्केल मेरे मा ओर पिताजी कहा गया है आप कुछ बता शकते हो क्या !तो उन्हों ने कहा की बेटा तुम आगये अच्छा हुआ तुम जाओ पहले मुँह हट धोलो उसके बाद बात करूँगा !

        तोह लड़के ने कहा की नहीं मुझे बताओ की मेरे मा और बाप कहा है "
लड़का कुछ देर के लिए मानो कही गुंसा हो गया हो जैसे !

तो फिर वह बुजुरक आदमी ने जो कहा उनसे वह सोचने वाली थी "
वह बोला उस लड़के से की तुम्हरी मा और पिताजी मारे जा चुके है जब तुम यहा से चले गए थे !
और तुम्हे बहोत ढूँढा पर तुम कही भी नहीं मिले और बहोत सारी लोगो से तुम्हारी मा बाप ने कहा भी लेकिन तुम्हारी कोई खबर नहीं था !
और वह दोनों एक दूसरे के सहारे बस ढूंढ़ता रहा तुम्हे और एक दिन उन दोनों ने अपनी जान गावादी !

         फिर वह लड़का बहोत रोने लगा और चिल्हाटी रहा और जोर जोर से रोने लगा और बुलाते रहा अपनी मा बाप को पर वह आये नहीं क्यूंकि वह तो मर चुके थे !

             और फिर वह लड़का समझा की प्यार तोह यही था मेरे घरपे मेरे मा बाप के पाश !
और आज जो मै रो रहा हूँ एहि तो है प्यार "
जो चीज पास था तो उसकी आमहियत पता नहीं था जो चीज थे अपने घर पे उसे मैं ढूंढे क्यों गया था जंगल मैं !!


अक्षर कुछ लोग अपने आप को ही समझना छोड़ देते है और जो चीज पाश होकर भी कभी पाश नहीं होती!

खुदको समझने के लिए एक वक़्त ही काफी है जो हमेसा सत होकर भी नहीं रहते |||

मेने A ARTICEL "मे कुछ चीज़े समझने की कोसिस की है वह समझ जाओगे उम्मीद है |||
     

         Story By-Bikash



We're Say That About A Story..............


Post a Comment

0 Comments